अधूरे इश्क़ का मुकम्मल दास्तान लिखूंगा ख्वाइशों के | हिंदी शायरी
"अधूरे इश्क़ का मुकम्मल दास्तान लिखूंगा
ख्वाइशों के जनाजे, ओर ख्वाबों का कब्रिस्तान लिखूंगा
लिख दूंगा हैवान खुदको यकीनन
पर तुझमें ही अपना सारा ज़हान लिखूंगा
-sanjeev sangam"
अधूरे इश्क़ का मुकम्मल दास्तान लिखूंगा
ख्वाइशों के जनाजे, ओर ख्वाबों का कब्रिस्तान लिखूंगा
लिख दूंगा हैवान खुदको यकीनन
पर तुझमें ही अपना सारा ज़हान लिखूंगा
-sanjeev sangam