छोटी बातों से बातें बड़ी होती है
बड़ी बातों से बातें कडी होती है
कड़ी बातों से समस्या खड़ी होती है
पर जब तक बात पर बात अडी होती है
उलझन जस की तस पड़ी होती है
पर इस बात को सुलझाए कौन ?
एक दूसरे को पहले मनाए कौन ?
गुस्से को पी के फोन उठाएं कौन ?
फिर से पुराना गीत गुनगुनाए कौन?
गलती किसने की क्या फर्क पड़ता है
यूं ही जिंदगी के साथ जीना पड़ता है
ये तो रीत है बिना इसके नहीं चलेगा
कभी हंसना तो कभी रोना पड़ता है
हम अकेले नहीं हैं यहां लोगों की भीड़ में
पर अगर साथ है तो साथ चलना पड़ता है
©Om Jangid
#Hope #poem #Poet #shyari #Good #Morning #Love