, 5ए वक्त इतनी जल्दी क्या हैं
थोड़ा रुक जाया कर
ज़ब तक होश सम्हालता हुँ
देर हो जाती हैं
पता नहीं तू जल्दी मे हैं
या फिर मैं धीमा हुँ
चलो कोई बात नहीं क्या हुआ
जो तू आगे निकल गया
थोड़ी देर से सही आऊंगा मैं
लेकिन वक्त तो दे
जिससे खुद क़ो सम्हाल पाऊं
हां सम्हाल पाऊ
©ranjit Kumar rathour
थोड़ा वक्त तो दे