उसकी आँखों में पढ़ा था मैंने,
जिंदगी जीने की उसमें कितनी चाह है।
हर एक कामयाबी उसके कदम चूमें,
यही इकलौती उम्मीद उसके दिल में है।
कठिन रास्तों पर चल पड़ेगी वह निडर हो,
सबका अटूट भरोसा ग़र उसके साथ है।
हाँ, उसकी आंखों में पढ़ा था मैंने।
आराधना अग्रवाल
©Aaradhana Agarwal
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