"कुछ लोग बहुत उतावले हैं
तीसरे विश्वयुद्ध को लेकर....!"
कोई कहता है,कि तीसरा युद्ध,
पानी को लेकर होगा,
कोई कहता है, मज़हब को लेकर होगा,
तो कोई कहता है,
सीमाओं को लेकर होगा,
पर होगा ज़रूर....!"
क्यों कि कुछ लोगों को सिर्फ बहाना चाहिए ।
मरने और मारने का।
पर मैं कहता हूँ....एक अनुभव के तहत,
रे...इंसान इतना भी मत परेसा हो,
किसी को मरने और मारने के लिये...!
बीमारियां, लाचारियाँ अपना काम कर रही हैं ।
कैंसर के रूप में ,आत्म हत्या के रूप में , तू बस देखता जा ।
परेसा मत हो।
घर जा...!
और प्रार्थना कर की ये तीसरा युद्ध बस तेरे कारण न हो।"
सूरज घोषी .......
कुछ लोग...!