कितने पाकीज़ा थे हम इब्तिदा-ए-इश्क़ में पुरकार क्यों हो तुम पुरकार क्यों हूँ मैं..... ©Anuj Subrat कितने पाकीज़ा थे हम इब्तिदा-ए-इश्क़ में.....~©अनुज सुब्रत #पाकीज़ा #पुरकार #इब्तिदा_ए_इश्क़ #सुब्रत #अनुज_सुब्रत Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto