होठों पर हँसी लेकर आंखों को नम किये
यादों की रोशनी थाम तेरी हम चल दिये
ना लौटेंगे अब जानकर की रज़ा ही तेरी थी
लगाया था दिल तुझसे गुस्ताखी ये मेरी थी
सोच कर की ख्वाब था दिल में सब रखकर
लहर थी तु जानकर फिर भी किनारे में लिखकर
क़ैद कर अरमान सारे ताले में बंद किये
यादों की रोशनी थाम तेरी हम चल दिये
#shobhraj
#pal