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$hobh raj
बदकिस्मती मेरी माथे में इतनी बड़ी थी कि वो करीब थी मेरे और मुझे औरों की पड़ी थी ©Shobhu Rajak
Shobhu Rajak
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#5LinePoetry फैसला ये मैंने सरेआम कर दिया इश्क़ को अपने फिर बदनाम कर दिया ढूंढना जो चाहा तो ऊपर वाला नही दिखा तो बदले में खुदा के, मैंने तुझे भगवान कर दिया ©Shobhu Rajak
13 Love
जाने ये साल क्या क्या ले डूबेगा किस किस की चाहत के नूर ले डूबेगा कुछ ही तो बचे थे हीरे हिन्दुस्तान में क्या पता था आज देश का कोहिनूर ले डूबेगा R.I.P rahat sahab
12 Love
था कभी इंतज़ार मुझे उस रकीब का ना हुआ मुक्कमल जो उस नसीब का इस तरह निभाये सबने रिश्ते रहगुज़र के कि फ़रेब सा लगता है अब हर रिश्ता क़रीब का
11 Love
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