यु तोह मुझे पसंद नही वो, पर जाने क्यों अपनासा लगता है
मुस्करा के बुलाह ले तो उसकी ओर खीची चली जाती हू
है तकरार की कहानियां कही भी हमारे बीच पर आये को परेशानी वो साथ लगता है
जब ना हो वो साथ मेरे अधूरी सी मै लगती हू
दूर रही वो मुझसे हर पल यह कहती हू पर दूर जाता है वो जाने क्यों उसकी तलास रही है
ना दिखे वो मुझेे तो हर मै पल गुमसुम रही हु
यु तोह मुझे पसंद नही वो, पर जाने क्यों अपनासा लगता है
मुस्करा के बुलाह ले तो उसकी ओर खीची चली जाती हू
©Divya Shekhawat.