जब युद्ध होगा
दागे जाएंगे बम के गोले दोनों छोरों से
जब गोलियों की आवाज़ से दहल उठेगा समूचा देश
जगह जगह पर मानवता सोएगी ऐसी नींद जिसमे ख़्वाब नही होगी
लहू से बने नाले
नदी के समानान्तर बहेगी
जब आसमां मे पक्षी से ज्यादा उड़ेंगे विध्वंशक उड़नखटोले
पृथ्वी दर्द से कराहेगी
रुंदन करेगी
जब सब विध्वंश हो जाएगा
तब कोई आएगा और मलवा मे तलाशेगा
युद्ध का परिणाम
परन्तु उसे परिणाम के बदले मिलेगा
एक धूल धुश्रित प्रेम पत्र
जिसमे लिखा होगा जैसे तुमने मुझे जीता अपने प्रेम से
वैसे ही दुनिया जीती जा सकती है केवल प्रेम से
#KavyanjaliAntaragni21
©Aditya
#KavyanjaliAntaragni21