बात कुछ ऐसी है कि? आज जो तू तिरंगे में लिपटा सोया | हिंदी कविता
"बात कुछ ऐसी है कि?
आज जो तू तिरंगे में लिपटा सोया है देख ये देश भक्त कितना रोया है |
एक और सितारा आस्मा में समां गया और हमने फिर एक फौजी खोया है ||
सोच ना लेना काफ़िर की भारत डर जाएगा |
अभी तो एक सोला गया है यह कितनी आग भड़कायेगा ||
*JAMES STAR*"
बात कुछ ऐसी है कि?
आज जो तू तिरंगे में लिपटा सोया है देख ये देश भक्त कितना रोया है |
एक और सितारा आस्मा में समां गया और हमने फिर एक फौजी खोया है ||
सोच ना लेना काफ़िर की भारत डर जाएगा |
अभी तो एक सोला गया है यह कितनी आग भड़कायेगा ||
*JAMES STAR*