शरीफ नहीं थी, किसी की आदतो ने बना दिया।
शायर नहीं थी , हालातो ने बना दिया।
चाय ओर शायरी ने मेरा हर गम मिटा दिया।
कुश लोगो को मैने चाय से प्यार की शुरुआत
करते हुए देखा है।नाजाने क्यों लोगो ने चाय
को एक नशा बना दिया।
written by Sukh Sarala. and Nima barar
©Nima sarala
#CupOfHappiness