माँ...
पूरे मेरे सारे ख्वाब करती है माँ,
मेरे हर सवाल का जवाब करती है माँ..
हर गम को चुपके से छुपा लेती है,
मेरे आँसुओ से दामन खराब करती है माँ..
देखकर राहों में काँटे जब भी रुका मैं,
दुआओं से काँटो को गुलाब करती है माँ
उसके आँसुओ की कीमत कभी जानी नही मैंने,
मेरे हर एक आंसू का हिसाब करती है माँ..
बचा के रखती है मुझे सब सजाओं से,
हर बार मेरी ग़लती पर नकाब करती है माँ..
©Yogesh Soni
#MothersDay2021