हीरे वाले लोग, गहने वाले लोग..
बहुत इतरा रहे थे,महल में रहने वाले लोग...
तुम उनकी बातों को दिल पे मत लेना,
कुछ भी कहते रहते हैं कहने वाले लोग...
भरोसे के काबिल बिल्कुल नही होते हैं,
हवा जिधर की हो उधर को बहने वाले लोग...
जगह खाली है फिलहाल चले आओ,
दिल से निकल गए कुछ दिल में रहने वाले लोग
उसको बस उसके ही जैसे लोग पसंद है,
बस उसकी ही उसकी कहने वाले लोग...
ये दर्द दहशत दगा हमे दीजिए 'साहिल'
हम ही तो हैं आखिर इनको सहने वाले लोग...
©Yogesh Soni
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here