"अब मरने भी लगा तो पानी नहीं मांगूंगा।
तू हुस्न भी ले आ, जवानी नहीं मांगूंगा।
मैं खुश हूं अपनी दास्तां ए गज़ल से।
तुझसे मैं हमारी कहानी नहीं मांगूंगा।
कि तेरी चाहत, तेरी यादों में जिंदगी बिता दूंगा।
तुझे भूलने को मैं बचपन - नादानी नहीं मांगूंगा "
अब मरने भी लगा तो पानी नहीं मांगूंगा।
तू हुस्न भी ले आ, जवानी नहीं मांगूंगा।
मैं खुश हूं अपनी दास्तां ए गज़ल से।
तुझसे मैं हमारी कहानी नहीं मांगूंगा।
कि तेरी चाहत, तेरी यादों में जिंदगी बिता दूंगा।
तुझे भूलने को मैं बचपन - नादानी नहीं मांगूंगा