छत्तीसगढ़ की धरती प्यारी, हरियाली से भरी है सारी | हिंदी कविता

"छत्तीसगढ़ की धरती प्यारी, हरियाली से भरी है सारी। नदियाँ, जंगल, पर्वत ऊँचे, प्रकृति ने यहाँ छवि निखारी। यहाँ की मिट्टी में है सौंधापन, संस्कृति में बसा अपनापन। लोकगीत, नृत्य, और त्योहार, सजाते हैं सबका आँगन। धान का कटोरा कहलाता, किसानों का श्रम रंग लाता। हर गाँव में खुशी की बौछार, मेहनत से जीवन खिल जाता। बस्तर की कला अनोखी, हर कृति में बसी है रोशनी। हस्तशिल्प, आदिवासी जीवन, छत्तीसगढ़ की अद्भुत कहानी। माँ दंतेश्वरी का आशीर्वाद, सुख-समृद्धि का यहाँ निवास। छत्तीसगढ़ है अनमोल रतन, इसके बिना अधूरी भारत की पहचान। ©Himanshu Sahu"

 छत्तीसगढ़ की धरती प्यारी,  
हरियाली से भरी है सारी।  
नदियाँ, जंगल, पर्वत ऊँचे,  
प्रकृति ने यहाँ छवि निखारी।  

यहाँ की मिट्टी में है सौंधापन,  
संस्कृति में बसा अपनापन।  
लोकगीत, नृत्य, और त्योहार,  
सजाते हैं सबका आँगन।  

धान का कटोरा कहलाता,  
किसानों का श्रम रंग लाता।  
हर गाँव में खुशी की बौछार,  
मेहनत से जीवन खिल जाता।  

बस्तर की कला अनोखी,  
हर कृति में बसी है रोशनी।  
हस्तशिल्प, आदिवासी जीवन,  
छत्तीसगढ़ की अद्भुत कहानी।  

माँ दंतेश्वरी का आशीर्वाद,  
सुख-समृद्धि का यहाँ निवास।  
छत्तीसगढ़ है अनमोल रतन,  
इसके बिना अधूरी भारत की पहचान।

©Himanshu Sahu

छत्तीसगढ़ की धरती प्यारी, हरियाली से भरी है सारी। नदियाँ, जंगल, पर्वत ऊँचे, प्रकृति ने यहाँ छवि निखारी। यहाँ की मिट्टी में है सौंधापन, संस्कृति में बसा अपनापन। लोकगीत, नृत्य, और त्योहार, सजाते हैं सबका आँगन। धान का कटोरा कहलाता, किसानों का श्रम रंग लाता। हर गाँव में खुशी की बौछार, मेहनत से जीवन खिल जाता। बस्तर की कला अनोखी, हर कृति में बसी है रोशनी। हस्तशिल्प, आदिवासी जीवन, छत्तीसगढ़ की अद्भुत कहानी। माँ दंतेश्वरी का आशीर्वाद, सुख-समृद्धि का यहाँ निवास। छत्तीसगढ़ है अनमोल रतन, इसके बिना अधूरी भारत की पहचान। ©Himanshu Sahu

#BehtiHawaa प्रेरणादायी कविता हिंदी

People who shared love close

More like this

Trending Topic