White ताज महल पर कविता:
संगमरमर की एक शहज़ादी,
प्यार की है अनमोल कहानी,
जिसमें शाहजहाँ ने गढ़ी,
मुमताज़ की यादों की निशानी।
सफ़ेद रंग की ये मूरत,
प्रेम का है सबसे सुंदर रूप,
हर कोने में बसी है वो ख़ुशबू,
जैसे बस यही हो जीवन का ध्रुव।
यमुना किनारे खड़ा ये महल,
चाँदनी रात में और भी है प्यारा,
जैसे इश्क़ की परिभाषा बनी हो,
पत्थरों में ढली एक नयी धारा।
हर एक दीवार, हर एक दर,
गाता है इश्क़ की मीठी ग़ज़ल,
ताज महल है प्रेम की तस्वीर,
जो रहेगी सदा अमर, कभी ना हो धुंधला।
यहाँ आते हैं सब देश-विदेश से,
देखने वो अजूबा, वो ख़्वाब,
जिसमें बसता है सच्चे प्रेम का जादू,
ताज महल, इश्क़ का सच्चा जवाब।
©Himanshu Sahu
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