वो सकरी गलीयों सा जान पड़ता है,
जानना चहा बहुत उसे, पर अनजान दिखाई पड़ता है।
आखों में देखे जब भी वो मेरे,
मन के हर उलझनो का हल दिखाई पड़ता है ।
लगे कभी बहुत ज्ञानी
पर खुद को ना समझने की नादानी किया जान पड़ता है ।।
©khushboo €{khushi}€ tiwari
#ek_ajnabi_writer ek anjaana
#lost