डिग्रियां गिरवी भी नहीं रखी जाती है साहब
पढ लिए सब मगर निजीकरण ने डस लिए रोजगार
शिक्षा जैसे मूलभूत अधिकार का भी व्यापारी करण
रिश्वत लेकर नियुक्ति और पर्चे लीक होना भ्रष्टाचार का चरम
मुफ्त अनाज मुफ्त बिजली मुफ्त ही देते हैं अब तो मत भी हम
शर्म घोल कर पी चुके हैं विषेश तबके से हो या आम जन
बबली भाटी बैसला
©Babli BhatiBaisla
KK क्षत्राणी चाँदनी @Ravi Ranjan Kumar Kausik @Lalit Saxena @Vikram vicky 3.0 KK क्षत्राणी