यूं तो महबूब से ज़्यादा गहरा, राबता है उनके-मेरे दर | हिंदी Shayari

"यूं तो महबूब से ज़्यादा गहरा, राबता है उनके-मेरे दरमियान......... मगर जो भी हैं चाहें जैसा भी हैं, मेरे दोस्त ही हैं मेरा सारा जहान....... ©Poet Maddy"

 यूं तो महबूब से ज़्यादा गहरा,
राबता है उनके-मेरे दरमियान.........
मगर जो भी हैं चाहें जैसा भी हैं,
मेरे दोस्त ही हैं मेरा सारा जहान.......

©Poet Maddy

यूं तो महबूब से ज़्यादा गहरा, राबता है उनके-मेरे दरमियान......... मगर जो भी हैं चाहें जैसा भी हैं, मेरे दोस्त ही हैं मेरा सारा जहान....... ©Poet Maddy

यूं तो महबूब से ज़्यादा गहरा,
राबता है उनके-मेरे दरमियान.........
#Deep#lover#relation#lover#friends#world...........

People who shared love close

More like this

Trending Topic