नया साल नई शुरुवात कुछ नया कर ले
साल है नया इसी बात पे जेब खाली कर दे
तुझमे चाहत है लड़कियों को आशिक बनाने की
साल है नया इसी बात पे ठेला पानी- पूरी का कर ले
तुझे चिंता है अपने घर के हालातो की तकलीफो की
साल है नया इसी बात पे जीवन बीमा लेकर खुद को दफन कर ले
पैसे जमा कर एक रुपया देता है भिखारी को
साल है नया इसी बात पे बगल मे चादर बिछाकर अपना धंधा शुरू कर ले
दुखी है तु क्योंकि कोई मनाने वाला नही
साल है नया इसी बात पे काम गटर सफाई का कर ले
नया साल नई शुरुवात कुछ नया कर ले
साल है नया इसी बात पे कुछ तो नया कर ले
–Vikas Gupta
©Vikas Gupta