सारी कसमें और बादे अधूरे छोड़कर, औरो की चाहत में मग | हिंदी शायरी

"सारी कसमें और बादे अधूरे छोड़कर, औरो की चाहत में मगरूर हो तुम, अब तो मेरे हाथ भी तुम तक नहीं पहुँचते , मेरी पकड़ से तो बहुत दूर हो तुम।"

 सारी कसमें और बादे अधूरे छोड़कर,
औरो की चाहत में मगरूर हो तुम,
अब तो मेरे हाथ भी तुम तक नहीं पहुँचते ,
मेरी पकड़ से तो बहुत दूर हो तुम।

सारी कसमें और बादे अधूरे छोड़कर, औरो की चाहत में मगरूर हो तुम, अब तो मेरे हाथ भी तुम तक नहीं पहुँचते , मेरी पकड़ से तो बहुत दूर हो तुम।

#Pyar #ishq

People who shared love close

More like this

Trending Topic