सिलसिला... रेत पे बनते-मिटते लकीरों की ज़ुबानी है।। | English Video
"सिलसिला...
रेत पे बनते-मिटते लकीरों की ज़ुबानी है।।
ये सिर्फ़ अल्फ़ाज़ नही तेरी-मेरी कहानी है।।
कुछ दूर चल कर ठहर जाते है...
ये हुनर उनकी बेहद पुरानी है।
ये सिर्फ़ अल्फाज़ नहीं, तेरी-मेरी कहानी हैं।।"
सिलसिला...
रेत पे बनते-मिटते लकीरों की ज़ुबानी है।।
ये सिर्फ़ अल्फ़ाज़ नही तेरी-मेरी कहानी है।।
कुछ दूर चल कर ठहर जाते है...
ये हुनर उनकी बेहद पुरानी है।
ये सिर्फ़ अल्फाज़ नहीं, तेरी-मेरी कहानी हैं।।