सुन लो भारतीय राजनीति बाजों
जनता आपको क्या समझती है ,"सारे चोर"
लूट मची है चारों ओर, सारे चोर,
एक जंगल में लाखों मोर, सारे चोर ।
एक थैली में, अफ़सर भी, चपरासी भी,
क्या ताकतवर, क्या कमजोर, सारे चोर ।
उजले कपड़े पहन रखे हैं, सांपों ने ,
ये जहरीले आदमखोर, सारे चोर ।
झूठनगर में, रोज़ निकालो मौन जुलूस,
कौन सुनेगा सच का शोर, सारे चोर ।
हम किस किस का नाम गिनाएं राहत ख़ान,
दिल्ली के आवारा ढोर, सारे चोर ।
#sholay