इक नन्हीं परी, सी आ पड़ी जिंदगी में ,मैं खोया हुआ था कहीं बंदगी में।
छोटे छोटे जुबान से बड़ी बड़ी बातें पूछना, न मानो तो जबरन मनवाना।
बहुत कुछ सोचना पर ,कभी कभी मौका देखकर खूब सुनाना।
लड़ती ऐसे जैसे हर लड़ाई फिक्स हो ,की जीत इनकी ही होगी, और होती भी है।
कभी कुछ ऐसा बोल दो तो खूब जमके मानसून की तरह भिगो भिगो कर रोती भी है।
मैं बोलूं ऐसे ये बोले कैसे , फिर समझा देती अपना वाला जैसे तैसे।
हर बात हर काम हर हरकत पर रखती है पैनी नजर
साल पुराना हो या नया , बताओ मैं जाऊं किधर।
हैप्पी न्यू ईयर to my लिटिल चैम्प।
©RD Campus
#Diwali