इधर पार था सीने के तीर मेरे ,
ऊपर से घुसा दी थी शमशीर मेरे
اِدھر پاد تھا سینے کے تیر میرے،
اپر سے گھسا دی تھی شمشیر میرے ۔
कटे पांव को देखकर रो रहा था ,
चला इतने में हाथ पे तीर मेरे ।।
کٹے پانو کو دیکھکر رو رہا تھا ،
چلا اتنے میں ہاتھ پے تیر میرے ۔۔
زوگا بھاگسریہ
जोगा भागसरिया ।।
©Zoga Bhagsariya
इधर पार था सीने के तीर मेरे ,
घुसा दी ऊपर से श्मशीर मेरे ।।
اِدھر پاد تھا سینے کے تیر میرے،
گھسا دی اوپر سے شمشیر میرے ۔۔
कटे पांव को देखकर रो रहा था ,
चला इतने में हाथ पे तीर मेरे ।।