White आजकल मन में इतने बबंडर उठते हैं कि लगता है कि सब बिखर ही जायेगा...
फिर अपने आप को समेट लेता हूँ...!
पता नहीं.... क्यों?
पता नहीं कब तक इस बोझ तले दबा रहूँगा....?
कभी किसी के बोल अपनेपन का ऐसा एहसास दिला जाते है...
लगता है कि सब कुछ कह डालूँ मन का...फिर चुप रह जाता हूँ...!
पता नहीं ...?
काश कि कह पता या लिख पता इस बवंडर को...
अपनी ख्वाहिश को तो शायद संभाल लेता खुद को...!❤️🥹
©Ravi kanojia
#sad_quotes