English
White आजकल मन में इतने बबंडर उठते हैं कि लगता है कि सब बिखर ही जायेगा... फिर अपने आप को समेट लेता हूँ...! पता नहीं.... क्यों? पता नहीं कब तक इस बोझ तले दबा रहूँगा....? कभी किसी के बोल अपनेपन का ऐसा एहसास दिला जाते है... लगता है कि सब कुछ कह डालूँ मन का...फिर चुप रह जाता हूँ...! पता नहीं ...? काश कि कह पता या लिख पता इस बवंडर को... अपनी ख्वाहिश को तो शायद संभाल लेता खुद को...!❤️🥹 ©Ravi kanojia
Ravi kanojia
13 Love
9 Love
October की सुंदरता जितनी कही गई है उससे ज्यादा अनकही है। शरद(Autumn) के सौंदर्य की शुरुआत इसी से मानी जा सकती है....🌻♥️ October में यहाँ पत्ते भी फूलों सरीखे हो जाते हैं। सूरज मानो उनको रंग कर जाता है। बल्कि डालों पर झूलते ये पीले पत्ते भी धरती की झोली भर देते हैं।🌻✨ ©Ravi kanojia
15 Love
White अब मन नही करता किसी से बात करने का.... बस एक खामोशी सी आ गई जिंदगी में.... अब कोई आए कोई जाए फर्क नही पड़ता ना किसी के आने की खुशी न किसी के जाने का गम क्युकी दिल अच्छी तरह समझ चुका है कोई तब तक ही साथ है जब तक उसका मन होता है साथ रहने का..... तो बस हम अगले की खुशी के लिए ही उसके साथ है इतना मान लेते.... अगर कोई हमारी वजह से खुश है तो हम उसको वो खुशी देते है....... लगाव अब किसी से नही होता .... यकीन मानिए अब कोई दुख नही होता .. जब कोई कहता की मैं जा रहा हूं.... 😊😊 तुम्हारा जाना हमको बहुत समझदार कर गया .......❤️❤️ ©Ravi kanojia
16 Love
White Wo do log jinhe " Intersecting lines banke ek dusre se mil hi jana tha .... kismat ne unhe parallel lines hi banana thik smjha " ©Ravi kanojia
Yu hi Sirf Chehre ko dekhkar kv mohobbat hui nhi humse Aakhir Dil 💓 to Dil 💜 hi ढूंढेगा Na??? ©Ravi kanojia
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here