'नारी' है जीवन का आधार
अगर 'नारी' न होती
तो कैसे चलता ये सन्सार
सोचो अगर 'यें' न होती
तो कैसी होती ये दुनियां
कहां सुनने को मिलती
'दादी' की कहानियां
'बहन' ना होती तो
सुनीं ही रहती हमारी कलाईयां
कौन करता 'मां' जैसा प्यार
और कौन करता हमारा इंतेज़ार...
'नारी' ही है जीवन का आधार।
©Kk_upadhyay
#womensday2021