फ़रियाद गुजरा हर लम्हा वक्त का फ़रियाद में या रब, स
"फ़रियाद गुजरा हर लम्हा वक्त का फ़रियाद में या रब, सोचता हूं कुछ इस तरहां अब!सब्र का इम्तिहान ले रहा है या रब,कबूल होगी फ़रियाद जो मेरी, उम्मीद ना होगी किसी को..."
फ़रियाद गुजरा हर लम्हा वक्त का फ़रियाद में या रब, सोचता हूं कुछ इस तरहां अब!सब्र का इम्तिहान ले रहा है या रब,कबूल होगी फ़रियाद जो मेरी, उम्मीद ना होगी किसी को...