एक शख़्स खुद से रूठकर किधर जाएगा, पायेगा खुद को खु | हिंदी Poetry
"एक शख़्स खुद से रूठकर किधर जाएगा,
पायेगा खुद को खुद में ही चाहे जिधर जाएगा ।
खुद में हो मसगूल तो बात में बात होगी उसके ,
जो गैर का हुआ तो खुद में ही मर जायेगा ।। "
एक शख़्स खुद से रूठकर किधर जाएगा,
पायेगा खुद को खुद में ही चाहे जिधर जाएगा ।
खुद में हो मसगूल तो बात में बात होगी उसके ,
जो गैर का हुआ तो खुद में ही मर जायेगा ।।