White पहाड़ नदिया झरने और जंगल
सदियों लड़ें है हम इनसे
हमे शहर बसाना था
काट कर ही जंगल और पहाड़
हमें अपना घर बनाना था
नही रहना था हमें
पेड़ शेर और सांपों के बीच
हमें था डर ये हमें मारेंगे
इस डर से
हमने जंगल को खेत बनाया
खेतों को उजाड़ गांव बसाया
गांवों को उखाड़ शहर बसाया
अब जब
जंगल में जंगल का कुछ रहा नही
पहाड़ पर पहाड़ का कुछ बचा नहीं
फिर क्यों शहरो से निकलते हो
अपनी कुंठा भ्रम और तृष्णा को शांत करने
मरे कटे कुछ कुछ बचे जंगल पहाड़ और झरनों में !!
©मिहिर
#पहाड़