White मोहब्बत के जर्रे जर्रे में.. तमाम हो जाऊं?
भाड़ में जाए जिंदगी, तेरे नाम हो जाऊं?
तत्काल फुसला रखा है.. तितलियों को,
चमन-ए- बहारों में।
इजहार करूं.. तो अभी हैवान हो जाऊं।
अच्छा है ना..! मुझमें दया, दृष्टि, डर, भय, हिचक, कंपन, नहीं।
वर्ना क्या करूं...बाजार में नीलाम हो जाऊं?
शुक्र है.. मैं मर चुका हूं, इसलिए सन्नाटा है।
कब्र से अभी बोल पड़ूं तो बदनाम हो जाऊं।
©Adv. Abhinav Anand Biharibabu
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