सुनो हमारा घर जलाने वाले, कभी तुम्हारा भी सामना आ | हिंदी कविता

"सुनो हमारा घर जलाने वाले, कभी तुम्हारा भी सामना आग से होगा। तुम्हारी आंखों में भी एक दिन, अश्कों का सैलाब होगा। किसी इंसान को राख करकर, मंदिर मस्जिद में रोशनी करनेवाले तोते , जरा घर के बच्चों को बताए पंछियों को उड़ने के लिए किस धरम का आसमान साबुत रहेगा? ©Speak_rushidive"

 सुनो हमारा घर जलाने वाले, 
कभी तुम्हारा भी सामना आग से होगा।
 तुम्हारी आंखों में भी एक दिन, 
अश्कों का सैलाब होगा।
किसी इंसान को राख करकर, 
मंदिर मस्जिद में रोशनी करनेवाले तोते ,
जरा घर के बच्चों को बताए
पंछियों  को उड़ने के लिए किस धरम का आसमान साबुत रहेगा?

©Speak_rushidive

सुनो हमारा घर जलाने वाले, कभी तुम्हारा भी सामना आग से होगा। तुम्हारी आंखों में भी एक दिन, अश्कों का सैलाब होगा। किसी इंसान को राख करकर, मंदिर मस्जिद में रोशनी करनेवाले तोते , जरा घर के बच्चों को बताए पंछियों को उड़ने के लिए किस धरम का आसमान साबुत रहेगा? ©Speak_rushidive

#WoSadak #मणिपुरहिंसा #हिंदुमुस्लिम #दंगे #नफरत_और_मोहब्बत #प्रेम

People who shared love close

More like this

Trending Topic