White बड़ा ही फर्क है तेरे और मेरे मिजाज में
तुझे भीड़ पसंद है और मुझे तन्हाई, तुझे दिखावा और मुझे सच्चाई, तुझे सिर्फ बोलना और मुझे सुनना, तो, तू खुश रह अपने इस झूठे जहान में
और मैं तो हूं एक आवारा बादल जो हमेशा उड़ता रहेगा आसमान में!!
तुझे पसंद हो बेशक भीड़ और लोगो में मशगूल हो जाना पर मुझे ये सब बेमानी सी लगती है
और चार दिन पहले तो लगा था कि तू अपनी है मेरी आज ना जाने क्यों तू बेगानी सी लगती है
तेरी बातें, तेरी हसीं तेरे नखरे सब अब फरेबी से लगने लगे है
तू साथ होकर भी अब अनजानी सी लगती है!!
कवि: इंद्रेश द्विवेदी (पंकज)
©Indresh Dwivedi
#love_shayari