"बंद है आंखे आंखो में नींद जाग रही है।
कई वर्षो से दौड़ रहा हूं
जिंदगी अब सुकून मांग रही है।
बचपन के दिन जहन में आ रहे है
मां के आंचल में सुकून के पल मांग रहे है ।"
बंद है आंखे आंखो में नींद जाग रही है।
कई वर्षो से दौड़ रहा हूं
जिंदगी अब सुकून मांग रही है।
बचपन के दिन जहन में आ रहे है
मां के आंचल में सुकून के पल मांग रहे है ।