Red sands and spectacular sandstone rock formations पूज्य पिताजी की पांचवीं पुण्यतिथि पर श्री चरणों में अर्पित ...
पतझड़ में बट छांव पिता थे
मझधारो में नाव पिता थे।।
शहरों की कोलाहल में
जैसे कोई गांव पिता थे।।
मानों साधु- संत पिता थे
हर मुश्किल का अंत पिता थे
मेरे दर-ऒ-दीवार पिता थे
मानो सब संसार पिता थे।।
- दीपक शर्मा
©deepak sharma