White जिन्दगी जिंदादिली से जी कर जाना काटकर नही l
जूते घिसकर पहचान बनाई है जूते चाटकर नही ll
कुर्सी हमेशा नही रहेगी मगर हमारा देश रहेगा,
राजनीति मुद्दों पर करना, देश को बांटकर नही l
दुखों का पहाड़ टूट पड़े चाहे सिर पर,
एक भी बल आना चाहिए ललाट पर नही l
लाकर देना नौलखा हार अपनी कमाई से,
किसी दूसरे का गला काटकर नहीं l
कोई जाकर समझाए चापलूसों और कुत्तों को,
पॉलिश से जूते साफ किए जाते है, चाटकर नही l
मैं नही कहता कि नई नई सड़कें मत बनाओ,
सड़कें तो चाहिए मगर पहाड़ जंगल काटकर नही l
झरने, तालाब, झीलें बहुत है, वहां मस्ती करो,
लेकिन हरिद्वार में गंगा के पावन घाट पर नही ll
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October 2024
©dimple
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