White ना मुझमें कोई एब हे , ना में किसी का बुरा करता हूं
फिर भी न जाने क्युं लोग मुझसे... नफ़रत करते हें.
मुझे खुलकर जिने भी नहीं देते
और वो मेरी...... फ़िकर भी करते हें.
में रिश्तों को जोड़कर रखने की..... कोशिस करता हूं...
न जाने क्युं वो रिस्ते तोड़ने वाली बातों का.... ज़िकर करते हें,
मुझे खुलकर ज़ीने भी नहीं देते
और वो मेरी... फ़िकर भी..... करते हें.
शांति से ज़िन्दगी को जीना... कितना आसान है
ये जानते हुए भी वो कितना....
शौर करते हें ,
ज़िन्दगी ज़ीने का सलीका........सीखिए दोस्तों
एक दिन हम भी मर जाएंगे......... वैसे ही,
जैसे दुनिया में लोग...... रोज मरते हें।
*******
लेख़क....... नायक अनिल
©शायरी नायक अनिल
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here