कवि- जीतू जान

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White मुझे पता चला है कि वो शहर में वापस आई है मेरे लबों पर आज फिर से शायरी आई है बाजार से मेरे घर आने के रास्ते और भी थे मगर आज फिर से मेरी मोटरसाइकिल उसे गली से गुजर कर आई है ©कवि- जीतू जान

#bike_wale  White  मुझे पता चला है कि वो शहर में वापस आई है 
मेरे लबों पर आज फिर से शायरी आई है
बाजार से मेरे घर आने के रास्ते और भी थे
मगर आज फिर से मेरी मोटरसाइकिल उसे गली से गुजर कर आई है

©कवि- जीतू जान

#bike_wale

15 Love

White मैं और मेरी तन्हाई जब एकांत में होते है तेरे साथ गुजारे हर लमहे का हिसाब करते है मेरे फोन की गैलरी में आज भी तेरे नाम का फोल्डर है हम तुम्हें सोने से पहले याद कर लेते है ©कवि- जीतू जान

#Sad_shayri  White मैं और मेरी तन्हाई जब एकांत में होते है 
तेरे साथ गुजारे हर लमहे का हिसाब करते है
मेरे फोन की गैलरी में आज भी तेरे नाम का फोल्डर है
हम तुम्हें सोने से पहले याद कर लेते है

©कवि- जीतू जान

#Sad_shayri

14 Love

भारत की लाडली बेटी हिंदी है संस्कृत भाषा से जन्मी बेटी हिंदी है दिनकर की दीवानगी हिंदी है मीरा के गीतों की सरगम हिंदी है शब्दों से जुड़-जुड़ कर भाषा बनती है भाषायें मनुष्य को मनुष्यता सिखलाती है भाषा निराला का जीवन दर्शन बन जाती है भाषा वसुधैव कुटुंबकम् का पाठ पढ़ती है गंगा की धारा सी शीतल है हिंदी हिंदुस्तानियों का समर्पण भाव है हिंदी बिस्मिल्लाह खान की शहनाई है हिंदी तानसेन का राग है हिंदी सियासतगीरो भाषाओं को धर्मों में मत बांटो हिंद के गुलिस्तां की खुशबू को मत बांटो अरबी, फारसी, हिंदी, उर्दू हिंदुस्तान में जन्मी बहने हैं इन्हें सरहदों में मत बांटो हिंदी हमारी मां है दो भाइयों में मत बांटो ©कवि- जीतू जान

#Hindidiwas  भारत की लाडली बेटी हिंदी है
संस्कृत भाषा से जन्मी बेटी हिंदी है 
दिनकर की दीवानगी हिंदी है 
मीरा के गीतों की सरगम हिंदी है

शब्दों से जुड़-जुड़ कर भाषा बनती है
भाषायें मनुष्य को मनुष्यता सिखलाती है
भाषा निराला का जीवन दर्शन बन जाती है
भाषा वसुधैव कुटुंबकम् का पाठ पढ़ती है 

गंगा की धारा सी शीतल है हिंदी
हिंदुस्तानियों का समर्पण भाव है हिंदी
बिस्मिल्लाह खान की शहनाई है हिंदी 
तानसेन का राग है हिंदी

सियासतगीरो भाषाओं को धर्मों में मत बांटो
हिंद के गुलिस्तां की खुशबू को मत बांटो
अरबी, फारसी, हिंदी, उर्दू  हिंदुस्तान में जन्मी बहने हैं 
इन्हें सरहदों में मत बांटो
हिंदी हमारी मां है दो भाइयों में मत बांटो

©कवि- जीतू जान

#Hindidiwas poetry in hindi

17 Love

White शिक्षक शरीर, हृदय, मन तीनों को सामर्थ मान बनाता हैं और शिक्षा से चेतना, व्यवहार, स्मृति तीनों दृढ़ बनाती हैं ©कवि- जीतू जान

#Motivational #teachers_day  White शिक्षक शरीर, हृदय, मन तीनों को सामर्थ मान बनाता हैं
 और शिक्षा से चेतना, व्यवहार, स्मृति  तीनों दृढ़ बनाती हैं

©कवि- जीतू जान

#teachers_day motivational thoughts on life

13 Love

White मुझसे दूर रहकर क्या समझोंगे मेरे बदन की सरसराहट मुझे सताती है बरसते सावन की तेज बूंदों की थरथराहट इन सरहदों पर कब मोहब्बत के गुलिस्तां खिलेंगे मेरी जान मुझे सताती है मेरे एकाकी पन की आहट ©कवि- जीतू जान

#sad_shayari  White मुझसे दूर रहकर  क्या समझोंगे मेरे  बदन की सरसराहट
मुझे सताती है बरसते सावन की तेज बूंदों की थरथराहट
इन  सरहदों  पर कब  मोहब्बत के  गुलिस्तां खिलेंगे 
मेरी जान मुझे सताती है मेरे एकाकी पन की आहट

©कवि- जीतू जान

#sad_shayari

10 Love

दोस्ती का एक उसूल होता है जब दोस्ती भरोसे में बदलती है फिर पैसा क्या जान हाजिर रहती है जान जब दोस्ती में भरोसे टूटते है तो सिर्फ अरसे बाद की मुलाकाते रह जाती है ©कवि- जीतू जान

#Friendship  दोस्ती का एक उसूल होता है  जब दोस्ती भरोसे में बदलती है
फिर पैसा क्या जान हाजिर रहती है 
जान जब दोस्ती में भरोसे टूटते है 
तो सिर्फ अरसे बाद की मुलाकाते रह जाती है

©कवि- जीतू जान

#Friendship

16 Love

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