घर में एक अकेला कमरा और कमरे में तन्हा हम
तनहाई की हद पे आकर गाने सुनने पड़ते हैं !
कभी-कभी तो इतने खाली होते हैं हम क्या बोलें
सांसें लेने तक में हमको ताने सुनने पड़ते हैं !!
By - @piyush_paiham
एक मिनट में वर्षों का हर मुद्दा हल हो जाता है
जो भी उसको देखे वो फौरन पागल हो जाता है
बस उसके छूने से जाने कैसे मेरा भोला मन
दरिया, सहरा, जंगल, पर्वत फिर बादल हो जाता है
*मोजिज़ा = चमत्कार
*रफ्ता - रफ्ता = धीरे - धीरे
दूर सारा फासला हो जाएगा
क्या अभी भी मोजिज़ा हो जाएगा
मौत को इकबार छूकर देख ले
जिंदगी में सब नया हो जाएगा
शहर से या गली से या मकां से लौट जाओ तुम
तुम्हारा क्या भरोसा है कहां से लौट जाओ तुम
चलोगे साथ मेरे तो तुम्हें भी दर्द चूमेंगे
यही अच्छा है मेरी जां यहाँ से लौट जाओ तुम
किसी के दिल पे दस्तक दी तो ये आवाज़ आई थी
वहाँ कुछ भी नहीं बाकी वहाँ से लौट जाओ तुम
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here