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New सावन महीने की शायरी Status, Photo, Video

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White इतनी जल्दी दुनिया की कोई चीज नहीं बदलती जितनी जल्दी इंसान की नजरें और नियत बदल जाती हैं। ©RAVI PRAKASH

#शायरी #good_night  White इतनी जल्दी दुनिया की कोई चीज नहीं बदलती जितनी जल्दी इंसान की नजरें और नियत बदल जाती हैं।

©RAVI PRAKASH

#good_night इतनी जल्दी दुनिया की शायरी शायरी हिंदी में

10 Love

मन की पीड़ा #शायरी

108 View

White उड़ना चाहता हूं बाज की तरह इसलिए तितलियों पर नजर नहीं रखता दस्तक देनी है कामयाबी के हर दरवाजे पर📈 इसलिए उन तितलियों के दरवाजे की पहरेदारी नहीं करता Instagram @_dpk09 ©Deepak Gaudel

#शायरी  White उड़ना चाहता हूं बाज की तरह

इसलिए तितलियों पर नजर नहीं रखता

दस्तक देनी है कामयाबी के हर दरवाजे पर📈

इसलिए उन तितलियों के दरवाजे की पहरेदारी नहीं करता


Instagram @_dpk09

©Deepak Gaudel

शायरी हिंदी शायरी लव दोस्ती शायरी शेरो शायरी शायरी हिंदी में उड़ना चाहता हूं बाज की तरह

9 Love

#कविता #love_shayari

#love_shayari जहां सावन की कजली ना हो

207 View

#Videos

लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है

180 View

सावन डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द) सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर । लख कर जलधर , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर । परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर। सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर। ©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'

#रक्षाबंधन #भक्ति #शिवजी #सावन  सावन
डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द)

सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर ।
लख कर जलधर  , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर ।
परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर।
सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर।

©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'

White इतनी जल्दी दुनिया की कोई चीज नहीं बदलती जितनी जल्दी इंसान की नजरें और नियत बदल जाती हैं। ©RAVI PRAKASH

#शायरी #good_night  White इतनी जल्दी दुनिया की कोई चीज नहीं बदलती जितनी जल्दी इंसान की नजरें और नियत बदल जाती हैं।

©RAVI PRAKASH

#good_night इतनी जल्दी दुनिया की शायरी शायरी हिंदी में

10 Love

मन की पीड़ा #शायरी

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White उड़ना चाहता हूं बाज की तरह इसलिए तितलियों पर नजर नहीं रखता दस्तक देनी है कामयाबी के हर दरवाजे पर📈 इसलिए उन तितलियों के दरवाजे की पहरेदारी नहीं करता Instagram @_dpk09 ©Deepak Gaudel

#शायरी  White उड़ना चाहता हूं बाज की तरह

इसलिए तितलियों पर नजर नहीं रखता

दस्तक देनी है कामयाबी के हर दरवाजे पर📈

इसलिए उन तितलियों के दरवाजे की पहरेदारी नहीं करता


Instagram @_dpk09

©Deepak Gaudel

शायरी हिंदी शायरी लव दोस्ती शायरी शेरो शायरी शायरी हिंदी में उड़ना चाहता हूं बाज की तरह

9 Love

#कविता #love_shayari

#love_shayari जहां सावन की कजली ना हो

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लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है

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सावन डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द) सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर । लख कर जलधर , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर । परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर। सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर। ©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'

#रक्षाबंधन #भक्ति #शिवजी #सावन  सावन
डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द)

सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर ।
लख कर जलधर  , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर ।
परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर।
सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर।

©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'
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