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New पांचाली किसकी पत्नी थी Status, Photo, Video

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पत्नी घूम रहे थे बेलगाम हो बन गलियों में छुट्टा मन लालचाये देख सुनहरा उड़ता हुआ दुपट्टा परेशान हो रब ने बाँधा आज एक खूँटे से जिससे दूर नहीं जा सकते अपने बल बूते से उसके चारो तरफ घूमना मजबूरी है अपनी कोई कहता है घरवाली कोई कहता पत्नी बेखुद गलत राह चलने से हरदम हमें बचाती कभी नाचती खुद ऊँगली पर हमको कभी नचाती ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#पत्नी #कविता  पत्नी
घूम रहे थे बेलगाम हो
बन गलियों में छुट्टा
मन लालचाये देख सुनहरा
उड़ता हुआ दुपट्टा

परेशान हो रब ने बाँधा
आज एक खूँटे से
जिससे दूर नहीं जा सकते
अपने बल बूते से

उसके चारो तरफ घूमना
मजबूरी है अपनी
कोई कहता है घरवाली
कोई कहता पत्नी

बेखुद गलत राह चलने से
हरदम हमें बचाती
कभी नाचती खुद ऊँगली पर
हमको कभी नचाती

©Sunil Kumar Maurya Bekhud
#कविता #हे  दुशासन ने चीरहरण किया, 
प्रभु बचाने आए लाज तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

मन कर्म वचन ये सब,
भरी सभा में मूक हुए।
युधिष्ठिर भीम अर्जुन,,
सबके निशाने चूक गए।
ऐसा लगा मानवता के,
पैर लड़खड़ाने वाले हैं।
वो तो श्री कृष्ण है जो,,
जग को बचाने वाले हैं।

रण हुंकार भरेगी अब फिर,
उठेगी लपटे बदले की तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

पतन को जतन से उभारे,
वो चौसर के सरताज है।
जहां किसी पर गिरे गाज,,
वहां सांप ऊपर बाज है।
कहां गए ये पंच तत्व सब,
जिन्हे भ्रम ने घेरा है।
द्रोपदी के चीर हरण को,,
इन सब ने ही उकेरा है।

इसके खून से वेणी धुलेगी,
प्रण करे भार्या के प्रहरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

©Satish Kumar Meena

#हे पांचाली नमन करो

135 View

दुशासन ने चीरहरण किया,  प्रभु बचाने आए लाज तेरी। हे पांचाली! नमन करो इन्हे, ये पांडवों के हृदय के भेरी।। मन कर्म वचन ये सब, भरी सभा में मूक हुए। युधिष्ठिर भीम अर्जुन,, सबके निशाने चूक गए। ऐसा लगा मानवता के, पैर लड़खड़ाने वाले हैं। वो तो श्री कृष्ण है जो,, जग को बचाने वाले हैं। रण हुंकार भरेगी अब फिर, उठेगी लपटे बदले की तेरी। हे पांचाली! नमन करो इन्हे, ये पांडवों के हृदय के भेरी।। पतन को जतन से उभारे, वो चौसर के सरताज है। जहां किसी पर गिरे गाज,, वहां सांप ऊपर बाज है। कहां गए ये पंच तत्व सब, जिन्हे भ्रम ने घेरा है। द्रोपदी के चीर हरण को,, इन सब ने ही उकेरा है। इसके खून से वेणी धुलेगी, प्रण करे भार्या के प्रहरी। हे पांचाली! नमन करो इन्हे, ये पांडवों के हृदय के भेरी।। ©Satish Kumar Meena

#कविता #हे  दुशासन ने चीरहरण किया, 
प्रभु बचाने आए लाज तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

मन कर्म वचन ये सब,
भरी सभा में मूक हुए।
युधिष्ठिर भीम अर्जुन,,
सबके निशाने चूक गए।
ऐसा लगा मानवता के,
पैर लड़खड़ाने वाले हैं।
वो तो श्री कृष्ण है जो,,
जग को बचाने वाले हैं।

रण हुंकार भरेगी अब फिर,
उठेगी लपटे बदले की तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

पतन को जतन से उभारे,
वो चौसर के सरताज है।
जहां किसी पर गिरे गाज,,
वहां सांप ऊपर बाज है।
कहां गए ये पंच तत्व सब,
जिन्हे भ्रम ने घेरा है।
द्रोपदी के चीर हरण को,,
इन सब ने ही उकेरा है।

इसके खून से वेणी धुलेगी,
प्रण करे भार्या के प्रहरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

©Satish Kumar Meena

#हे पांचाली नमन करो

14 Love

#Videos

किसकी बेटी है हिन्दी?

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White जब पत्नी पड़ोसन से ज्यादा सुंदर लगने लगे तो समझ जाओ आप बुढ़ापे की तरफ बढ़ रहे हो ©Dinesh Sharma Jind Haryana

#love_shayari #लव  White जब पत्नी पड़ोसन से  ज्यादा सुंदर लगने लगे तो 
समझ जाओ आप बुढ़ापे की तरफ बढ़ 
 रहे हो

©Dinesh Sharma Jind Haryana

#love_shayari पत्नी प्रेम

12 Love

#कविता  सुख  - दुःख में काम आती है पत्नी 
चाहे मोटी हो या पतली

©kavi Dinesh kumar

पत्नी

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पत्नी घूम रहे थे बेलगाम हो बन गलियों में छुट्टा मन लालचाये देख सुनहरा उड़ता हुआ दुपट्टा परेशान हो रब ने बाँधा आज एक खूँटे से जिससे दूर नहीं जा सकते अपने बल बूते से उसके चारो तरफ घूमना मजबूरी है अपनी कोई कहता है घरवाली कोई कहता पत्नी बेखुद गलत राह चलने से हरदम हमें बचाती कभी नाचती खुद ऊँगली पर हमको कभी नचाती ©Sunil Kumar Maurya Bekhud

#पत्नी #कविता  पत्नी
घूम रहे थे बेलगाम हो
बन गलियों में छुट्टा
मन लालचाये देख सुनहरा
उड़ता हुआ दुपट्टा

परेशान हो रब ने बाँधा
आज एक खूँटे से
जिससे दूर नहीं जा सकते
अपने बल बूते से

उसके चारो तरफ घूमना
मजबूरी है अपनी
कोई कहता है घरवाली
कोई कहता पत्नी

बेखुद गलत राह चलने से
हरदम हमें बचाती
कभी नाचती खुद ऊँगली पर
हमको कभी नचाती

©Sunil Kumar Maurya Bekhud
#कविता #हे  दुशासन ने चीरहरण किया, 
प्रभु बचाने आए लाज तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

मन कर्म वचन ये सब,
भरी सभा में मूक हुए।
युधिष्ठिर भीम अर्जुन,,
सबके निशाने चूक गए।
ऐसा लगा मानवता के,
पैर लड़खड़ाने वाले हैं।
वो तो श्री कृष्ण है जो,,
जग को बचाने वाले हैं।

रण हुंकार भरेगी अब फिर,
उठेगी लपटे बदले की तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

पतन को जतन से उभारे,
वो चौसर के सरताज है।
जहां किसी पर गिरे गाज,,
वहां सांप ऊपर बाज है।
कहां गए ये पंच तत्व सब,
जिन्हे भ्रम ने घेरा है।
द्रोपदी के चीर हरण को,,
इन सब ने ही उकेरा है।

इसके खून से वेणी धुलेगी,
प्रण करे भार्या के प्रहरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

©Satish Kumar Meena

#हे पांचाली नमन करो

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दुशासन ने चीरहरण किया,  प्रभु बचाने आए लाज तेरी। हे पांचाली! नमन करो इन्हे, ये पांडवों के हृदय के भेरी।। मन कर्म वचन ये सब, भरी सभा में मूक हुए। युधिष्ठिर भीम अर्जुन,, सबके निशाने चूक गए। ऐसा लगा मानवता के, पैर लड़खड़ाने वाले हैं। वो तो श्री कृष्ण है जो,, जग को बचाने वाले हैं। रण हुंकार भरेगी अब फिर, उठेगी लपटे बदले की तेरी। हे पांचाली! नमन करो इन्हे, ये पांडवों के हृदय के भेरी।। पतन को जतन से उभारे, वो चौसर के सरताज है। जहां किसी पर गिरे गाज,, वहां सांप ऊपर बाज है। कहां गए ये पंच तत्व सब, जिन्हे भ्रम ने घेरा है। द्रोपदी के चीर हरण को,, इन सब ने ही उकेरा है। इसके खून से वेणी धुलेगी, प्रण करे भार्या के प्रहरी। हे पांचाली! नमन करो इन्हे, ये पांडवों के हृदय के भेरी।। ©Satish Kumar Meena

#कविता #हे  दुशासन ने चीरहरण किया, 
प्रभु बचाने आए लाज तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

मन कर्म वचन ये सब,
भरी सभा में मूक हुए।
युधिष्ठिर भीम अर्जुन,,
सबके निशाने चूक गए।
ऐसा लगा मानवता के,
पैर लड़खड़ाने वाले हैं।
वो तो श्री कृष्ण है जो,,
जग को बचाने वाले हैं।

रण हुंकार भरेगी अब फिर,
उठेगी लपटे बदले की तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

पतन को जतन से उभारे,
वो चौसर के सरताज है।
जहां किसी पर गिरे गाज,,
वहां सांप ऊपर बाज है।
कहां गए ये पंच तत्व सब,
जिन्हे भ्रम ने घेरा है।
द्रोपदी के चीर हरण को,,
इन सब ने ही उकेरा है।

इसके खून से वेणी धुलेगी,
प्रण करे भार्या के प्रहरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

©Satish Kumar Meena

#हे पांचाली नमन करो

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#Videos

किसकी बेटी है हिन्दी?

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White जब पत्नी पड़ोसन से ज्यादा सुंदर लगने लगे तो समझ जाओ आप बुढ़ापे की तरफ बढ़ रहे हो ©Dinesh Sharma Jind Haryana

#love_shayari #लव  White जब पत्नी पड़ोसन से  ज्यादा सुंदर लगने लगे तो 
समझ जाओ आप बुढ़ापे की तरफ बढ़ 
 रहे हो

©Dinesh Sharma Jind Haryana

#love_shayari पत्नी प्रेम

12 Love

#कविता  सुख  - दुःख में काम आती है पत्नी 
चाहे मोटी हो या पतली

©kavi Dinesh kumar

पत्नी

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