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New घड़ी सावन बसंत बहार Status, Photo, Video

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हर घड़ी चेहरे पर मुस्कान है

90 View

#कविता  बसंत की मंद सुगंध से,नैनो में यौवन जाग गया।
साजन के होंठों से सर्र-सर्र करता गीत भाग गया।।

मुुंडेर के ऊपर वो गौरी!केशो की घुंघराली थी,
दो मोतियों से मद की धारा,टप टप बहने वाली थी।

मनमोही मौसम से यौवन केे लिए मद जाग गया। 
साजन के होंठों से सर्र-सर्र करता गीत भाग गया।।

©Satish Kumar Meena

बसंत की मंद सुगन्ध

99 View

White बसंत के मौसम भी कभी-कभी आंखों में ख़्वाब ,पनपने नहीं देते, और इस उम्र निगोड़ी को, ये खुश गवार मौसम चैन से सोने नहीं देते। ©Anuj Ray

#शायरी  White बसंत के मौसम भी कभी-कभी
आंखों में ख़्वाब ,पनपने नहीं देते,

और इस उम्र निगोड़ी को, ये खुश 
गवार मौसम चैन से सोने नहीं देते।

©Anuj Ray

# बसंत के मौसम भी"

18 Love

घड़ी की फितरत भी अजीब है हमेशा टिक-टिक कहती है मगर, ना खुद टिकती है और ना दूसरों को टिकने देती है ©katha Darshan

#BadhtiZindagi #thought #Quotes  घड़ी की फितरत भी अजीब है
हमेशा टिक-टिक कहती है

मगर, ना खुद टिकती है
और ना दूसरों को टिकने देती है

©katha Darshan

#BadhtiZindagi घड़ी की #thought #Nojoto life quotes in hindi

17 Love

#beingoriginal #nojotohindi #poem

बाँहें, वो घड़ी #nojotohindi #beingoriginal #poem

135 View

सावन डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द) सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर । लख कर जलधर , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर । परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर। सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर। ©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'

#रक्षाबंधन #भक्ति #शिवजी #सावन  सावन
डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द)

सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर ।
लख कर जलधर  , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर ।
परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर।
सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर।

©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'

हर घड़ी चेहरे पर मुस्कान है

90 View

#कविता  बसंत की मंद सुगंध से,नैनो में यौवन जाग गया।
साजन के होंठों से सर्र-सर्र करता गीत भाग गया।।

मुुंडेर के ऊपर वो गौरी!केशो की घुंघराली थी,
दो मोतियों से मद की धारा,टप टप बहने वाली थी।

मनमोही मौसम से यौवन केे लिए मद जाग गया। 
साजन के होंठों से सर्र-सर्र करता गीत भाग गया।।

©Satish Kumar Meena

बसंत की मंद सुगन्ध

99 View

White बसंत के मौसम भी कभी-कभी आंखों में ख़्वाब ,पनपने नहीं देते, और इस उम्र निगोड़ी को, ये खुश गवार मौसम चैन से सोने नहीं देते। ©Anuj Ray

#शायरी  White बसंत के मौसम भी कभी-कभी
आंखों में ख़्वाब ,पनपने नहीं देते,

और इस उम्र निगोड़ी को, ये खुश 
गवार मौसम चैन से सोने नहीं देते।

©Anuj Ray

# बसंत के मौसम भी"

18 Love

घड़ी की फितरत भी अजीब है हमेशा टिक-टिक कहती है मगर, ना खुद टिकती है और ना दूसरों को टिकने देती है ©katha Darshan

#BadhtiZindagi #thought #Quotes  घड़ी की फितरत भी अजीब है
हमेशा टिक-टिक कहती है

मगर, ना खुद टिकती है
और ना दूसरों को टिकने देती है

©katha Darshan

#BadhtiZindagi घड़ी की #thought #Nojoto life quotes in hindi

17 Love

#beingoriginal #nojotohindi #poem

बाँहें, वो घड़ी #nojotohindi #beingoriginal #poem

135 View

सावन डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द) सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर । लख कर जलधर , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर । परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर। सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर। ©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'

#रक्षाबंधन #भक्ति #शिवजी #सावन  सावन
डमरू घनाक्षरी (अमात्रिक छन्द)

सरसत उपवन , हरषत जन जन , बरसत जब घन , गरज गरज कर ।
लख कर जलधर  , हरषत हलधर , हरषत जलचर , नभचर थलचर ।
परत चरन जब , बहनन तब तब , बरसत नवरस , मनहर घर घर।
सकल जगत जय , जय जय उचरत ,जपत कहत सब , बम बम हर हर।

©अखिलेश त्रिपाठी 'केतन'
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