प्रेम करो, जोर-शोर से करो ...
उसके खुश होण तक करो, पर खुद नै तकलीफ दे कै कद्दे मत करो ..
जब यूं लागण लाग्ज्या ki अब तुम किसे प बोझ बणन लागरे हो, वहां थोड़ा सा मुस्कुराओ ... हो सकै तो उसनै आखिरी बार कस कै गळे लगाण की कोशिश करो, कान में प्यार से फुसफुसा कै दिल से कहो 'हमेशा ख़ुश रहिये गुलाबो'
उम्मीद अक्सर टूट ज्या करै हैं, पर हाम फेर भी झूठी उम्मीद लगा कै बैठ ज्यावा हां,
उम्मीद राखियो... अंत तक... क्यूंकि एक उम्मीद e है, जो तुम्हें आगे बढ़ण खात्तर प्रेरित करती है..!
हँसते रहो, हँसाते रहो... खुश रहो... क्यूंकि प्रेम म्ह भरोसा चाल्या करै, जबरदस्ती नहीं..! "खोणा या पाणा प्रेम नहीं है, होणा प्रेम है..!"
©बाबा ब्राऊनबियर्ड
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