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रमशा सामिन अंसारी के चूत का मसाला था आरिफ़ अल्वी के अम्मी को तो यूं ही मसला था हिजड़े की पैदाइश रही आरिफ़ अल्वी कटी जूती से फटी चप्पल किसने मसला था ©Deep Bawara

#yourquote_randibajar #कहानी #शायरी #ग़ज़ल #कोट्स  रमशा सामिन अंसारी के चूत का मसाला था
आरिफ़ अल्वी के अम्मी को तो यूं ही मसला था

हिजड़े की पैदाइश रही आरिफ़ अल्वी
कटी जूती से फटी चप्पल किसने मसला था

©Deep Bawara

वो भी रात में निकलती है और हम भी , लोग उसे चांद और हमे आवारा कहते है...❤️🌻 ©s गोल्डी

 वो भी रात में निकलती है और हम भी , 

लोग उसे चांद और हमे आवारा कहते है...❤️🌻

©s गोल्डी

वो भी रात में निकलती है और मैं भी , लोग उसे चांद और मुझे आवारा कहते है...❤️🌻

12 Love

White 🙏🏻🙏🏻 प्रस्तुत है एक-ग़ज़ल 🙏🏻🙏🏻 आँखों में है पानी लिख दे ग़म की एक कहानी लिख दे नया है यह मज़मून बता और कोई बात पुरानी लिख दे चिड़ीमार की चालाकी को चिड़िया की नादानी लिख दे आसमान की पेशानी पर तू मौसम तूफ़ानी लिख दे उससे बात नहीं होती अब बात कोई बेगानी लिख दे जीवन की मुश्किल में दाता थोड़ी सी आसानी लिख दे ऐ मेरी "मासूम" लेखनी एक ग़ज़ल ला'सानी लिख दे ©Barshu Kumar

#sad_quotes #Barshu #gajal  White   
 🙏🏻🙏🏻 प्रस्तुत है एक-ग़ज़ल 🙏🏻🙏🏻



आँखों में है पानी लिख दे
ग़म की एक कहानी लिख दे
नया है यह मज़मून बता और
कोई बात पुरानी लिख दे
चिड़ीमार की चालाकी को
चिड़िया की नादानी लिख दे
आसमान की पेशानी पर
तू मौसम तूफ़ानी लिख दे
उससे बात नहीं होती अब
बात कोई बेगानी लिख दे
जीवन की मुश्किल में दाता
थोड़ी सी आसानी लिख दे
ऐ मेरी "मासूम" लेखनी
एक ग़ज़ल ला'सानी लिख दे

©Barshu Kumar
#कविता

काव्य महारथी प्रवीण पाण्डेय "आवारा", लखनऊ, उत्तरप्रदेश प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कविता कविता कोश कविताएं

99 View

#शायरी #अश्क  White उसे भूल जाने की कसम खाई थी मैने----
बहुत दूर कहीं -खनकी थी पायल---
कसम---टूट गई💐

©चन्द्रशेखर-81

#अश्क आवारा

81 View

 ग़ज़ल 
नशा  आदमी   को  ग़लाता  रहा  है 
ये कितनों की मैयत  सजाता रहा है 

समय से जो पहले  दिखे  बेटा बूढ़ा 
वो  चिंता  पिता  की  बढ़ाता रहा है 

जो बनना था बेटा बुढ़ापे की  लाठी 
वही  रोज़  पी  लड़खड़ाता  रहा  है

भरी  मांग  जिसने  लिए  सात  फेरे 
वही हमसफर दिल  दुखाता  रहा है

पसीना बहा कर  कमाता  जो  पैसा 
उसे  वो  जुए   में   लुटाता   रहा  है

किए तूने जितने  गुनाह  चोरी चुपके 
खुदा की नज़र  में  तो  आता रहा  है

©Sangeeta Verma

#नशा #ग़ज़ल #शायरी #दर्दभरीशायरी #motivational #एकसबक

108 View

रमशा सामिन अंसारी के चूत का मसाला था आरिफ़ अल्वी के अम्मी को तो यूं ही मसला था हिजड़े की पैदाइश रही आरिफ़ अल्वी कटी जूती से फटी चप्पल किसने मसला था ©Deep Bawara

#yourquote_randibajar #कहानी #शायरी #ग़ज़ल #कोट्स  रमशा सामिन अंसारी के चूत का मसाला था
आरिफ़ अल्वी के अम्मी को तो यूं ही मसला था

हिजड़े की पैदाइश रही आरिफ़ अल्वी
कटी जूती से फटी चप्पल किसने मसला था

©Deep Bawara

वो भी रात में निकलती है और हम भी , लोग उसे चांद और हमे आवारा कहते है...❤️🌻 ©s गोल्डी

 वो भी रात में निकलती है और हम भी , 

लोग उसे चांद और हमे आवारा कहते है...❤️🌻

©s गोल्डी

वो भी रात में निकलती है और मैं भी , लोग उसे चांद और मुझे आवारा कहते है...❤️🌻

12 Love

White 🙏🏻🙏🏻 प्रस्तुत है एक-ग़ज़ल 🙏🏻🙏🏻 आँखों में है पानी लिख दे ग़म की एक कहानी लिख दे नया है यह मज़मून बता और कोई बात पुरानी लिख दे चिड़ीमार की चालाकी को चिड़िया की नादानी लिख दे आसमान की पेशानी पर तू मौसम तूफ़ानी लिख दे उससे बात नहीं होती अब बात कोई बेगानी लिख दे जीवन की मुश्किल में दाता थोड़ी सी आसानी लिख दे ऐ मेरी "मासूम" लेखनी एक ग़ज़ल ला'सानी लिख दे ©Barshu Kumar

#sad_quotes #Barshu #gajal  White   
 🙏🏻🙏🏻 प्रस्तुत है एक-ग़ज़ल 🙏🏻🙏🏻



आँखों में है पानी लिख दे
ग़म की एक कहानी लिख दे
नया है यह मज़मून बता और
कोई बात पुरानी लिख दे
चिड़ीमार की चालाकी को
चिड़िया की नादानी लिख दे
आसमान की पेशानी पर
तू मौसम तूफ़ानी लिख दे
उससे बात नहीं होती अब
बात कोई बेगानी लिख दे
जीवन की मुश्किल में दाता
थोड़ी सी आसानी लिख दे
ऐ मेरी "मासूम" लेखनी
एक ग़ज़ल ला'सानी लिख दे

©Barshu Kumar
#कविता

काव्य महारथी प्रवीण पाण्डेय "आवारा", लखनऊ, उत्तरप्रदेश प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कविता कविता कोश कविताएं

99 View

#शायरी #अश्क  White उसे भूल जाने की कसम खाई थी मैने----
बहुत दूर कहीं -खनकी थी पायल---
कसम---टूट गई💐

©चन्द्रशेखर-81

#अश्क आवारा

81 View

 ग़ज़ल 
नशा  आदमी   को  ग़लाता  रहा  है 
ये कितनों की मैयत  सजाता रहा है 

समय से जो पहले  दिखे  बेटा बूढ़ा 
वो  चिंता  पिता  की  बढ़ाता रहा है 

जो बनना था बेटा बुढ़ापे की  लाठी 
वही  रोज़  पी  लड़खड़ाता  रहा  है

भरी  मांग  जिसने  लिए  सात  फेरे 
वही हमसफर दिल  दुखाता  रहा है

पसीना बहा कर  कमाता  जो  पैसा 
उसे  वो  जुए   में   लुटाता   रहा  है

किए तूने जितने  गुनाह  चोरी चुपके 
खुदा की नज़र  में  तो  आता रहा  है

©Sangeeta Verma

#नशा #ग़ज़ल #शायरी #दर्दभरीशायरी #motivational #एकसबक

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