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दोहा :- तीखे-तीखे नैन से , क्यों करती हो वार । हम तो तेरे हो चुके , पहनाओ अब हार ।। इस जीवन में आप पर , बैठा ये दिल हार । लगकर सीने से कहो , हुआ हमें भी प्यार ।। करता हूँ मैं आज कल , छोटा सा व्यापार । लेना देना दिल यही , अपना कारोबार ।। कुछ तो मेरी भी सुनो , अब मेरे दिलदार । भर दो झोली आज यह , पड़ा तुम्हारे द्वार ।। कब तक बैठा मैं रहूँ , बोलो अब सरकार । पहनाओ मुझको गले , इन बाँहों का हार ।। महकी महकी यह फिजा , महकी आज बहार । अब तो तेरे नाम से , यह जीवन उजियार ।। अब तो इतनी हैं सनम , मेरी भी दरकार । तेरी बाहों का प्रखर , पड़े गले में हार ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  दोहा :-
तीखे-तीखे नैन से , क्यों करती हो वार ।
हम तो तेरे हो चुके , पहनाओ अब हार ।।

इस जीवन में आप पर , बैठा ये दिल हार ।
लगकर सीने से कहो , हुआ हमें भी प्यार ।।

करता हूँ मैं आज कल , छोटा सा व्यापार ।
लेना देना दिल यही , अपना कारोबार ।।

कुछ तो मेरी भी सुनो , अब मेरे दिलदार ।
भर दो झोली आज यह , पड़ा तुम्हारे द्वार ।।

कब तक बैठा मैं रहूँ , बोलो अब सरकार ।
पहनाओ मुझको गले , इन बाँहों का हार ।।

महकी महकी यह फिजा , महकी आज बहार ।
अब तो तेरे नाम से , यह जीवन उजियार ।।

अब तो इतनी हैं सनम , मेरी भी दरकार ।
तेरी बाहों का प्रखर , पड़े गले में हार ।।                 महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- तीखे-तीखे नैन से , क्यों करती हो वार । हम तो तेरे हो चुके , पहनाओ अब हार ।। इस जीवन में आप पर , बैठा ये दिल हार । लगकर सीने से कहो

13 Love

White {Bolo Ji Radhey Radhey} समाज में जीवन जीने के लिए, परिवार को चलाने के लिए, व्यापार सम्बन्धित कार्य करना परम् आवश्यक है, लेकिन धर्म विरुद्ध बिल्कुल नहीं होना चाहिए, सदा सुख व शांति बनी रहती है। N S Yadav GoldMine. ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #love_shayari  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
समाज में जीवन जीने के लिए,
परिवार को चलाने के लिए,
व्यापार सम्बन्धित कार्य करना
परम् आवश्यक है, लेकिन धर्म
विरुद्ध बिल्कुल नहीं होना चाहिए,
सदा सुख व शांति बनी रहती है।
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine

#love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} समाज में जीवन जीने के लिए, परिवार को चलाने के लिए, व्यापार सम्बन्धित कार्य करना परम् आवश्यक है, लेकिन

10 Love

#World_Photography_Day #shamawritesBebaak #writersofindia #poetsofindia #Live  White ©आजकल जो करते हैँ इश्क़ जिस्म के व्यापार मे,
बमुश्किल मिलते है मुखलिस इस फ़िज़िकल बयार मे//१

अब नहीं मिलते मुखलिस यार इश्क के मैंआर मे,
ऐसा लगे के इश्क़ भी अब बन गया प्रेक्टिकल प्यार मे//२

अब यहाँ किसको तलब वस्ले रूहे यार मे,आजकल
 इश्क़ भी हुआ एक नम्बर प्रोफेशनल बाज़ार मे//३

ब्लॉक अनब्लॉक के फेर मे,फिरकी लेता इश्क़
,देखो इसडिजिटल बहार मे//४

खूबरू पर फ़िदा भए,कुरूप न भाये कोय,कुछ
 लोगन पागल भये,इस लाजिकल रफ़्तार मे//५

देकर ज़हनी अजियते फरार फ्लर्टी साब,बन गए मोहरे
मुख्लिस लोग,इस इश्क़ के इमोशनल अत्याचार मे//६
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#World_Photography_Day ©आजकल जो करते हैँ इश्क़ जिस्म के व्यापार मे,बमुश्किल मिलते है मुखलिस इस फ़िज़िकल बयार मे//१ अब नहीं मिलते मुखलिस यार इश

396 View

White तुम्हारे बिकने का तो व्यापार भी हो सकता है चाहने वाला खरीदार भी हो सकता है तू अभी अपने दुशमन को शक की निगाहो से ना देख तेरा कातिल तो तेरा कोई यार भी हो सकता। ©Sarfaraj idrishi

#sad_shayari  White तुम्हारे बिकने का तो व्यापार भी हो सकता है
चाहने वाला खरीदार भी हो सकता है 
तू अभी अपने दुशमन को शक की निगाहो से ना देख
 तेरा कातिल तो तेरा  कोई यार भी हो सकता।

©Sarfaraj idrishi

#sad_shayari तुमने बिकना है तो व्यापार भी हो सकता है चाहने वाला खरीदार भी हो सकता है तू अभी अपने दुशमन को शक की निगाहो से ना देख तेरा कातिल

13 Love

#वीडियो #ashathegoldenbird

व्यापार और व्यवहार #ashathegoldenbird

135 View

White दोहा :- स्कूल सभी सरकार के , होने दो अब बन्द । बच्चे सब निर्गुण दिखे , शिक्षक ले आनंद ।। मातु-पिता क्यों शिष्य के , आज हुए है खिन्न । शिक्षा स्तर यह किसलिए , बोल हुआ है निम्न । कुछ बालक नादान है, मातु-पिता मजबूर । कुछ से शिक्षा आज भी , होती कोसो दूर ।। अब सरकारी स्कूल की , करना मत फरियाद । बच्चे प्राईवेट में , रखे नई बुनियाद ।। दिन आये ये याद क्यों , दिल पे किया प्रहार । नौकर बन सरकार के , करते आत्याचार ।। ऐसे लोगो की यहाँ , कौन करे परवाह । जो रख दौलत पास में , करे और की चाह ।। धन सम्पत व्यापार का , महत्व जो हो बन्द । गली-गली फिर देखना, मिल जायेंगे नन्द ।। ग्वाला अब जग में नही , दिखे रूप इंसान । मौका पाते आज जो , बन जाते शैतान ।। क्षमा याचना कर रहा , गुरुवर से इस बार । बुद्धि हीन की आप ही, हाथ रखो पतवार ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White दोहा :-
स्कूल सभी सरकार के , होने दो अब बन्द ।
बच्चे सब निर्गुण दिखे , शिक्षक ले आनंद ।।
मातु-पिता क्यों शिष्य के , आज हुए है खिन्न ।
शिक्षा स्तर यह किसलिए , बोल हुआ है निम्न ।
कुछ बालक नादान है, मातु-पिता मजबूर ।
कुछ से शिक्षा आज भी , होती कोसो दूर ।।
अब सरकारी स्कूल की , करना मत फरियाद ।
बच्चे प्राईवेट में , रखे नई बुनियाद ।।
दिन आये ये याद क्यों , दिल पे किया प्रहार ।
नौकर बन सरकार के , करते आत्याचार ।।
ऐसे लोगो की यहाँ , कौन करे परवाह ।
जो रख दौलत पास में , करे और की चाह ।।
धन सम्पत व्यापार का , महत्व जो हो बन्द ।
गली-गली फिर देखना, मिल जायेंगे नन्द ।।
ग्वाला अब जग में नही , दिखे रूप इंसान ।
मौका पाते आज जो , बन जाते शैतान ।।
क्षमा याचना कर रहा , गुरुवर से इस बार ।
बुद्धि हीन की आप ही, हाथ रखो पतवार ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- स्कूल सभी सरकार के , होने दो अब बन्द । बच्चे सब निर्गुण दिखे , शिक्षक ले आनंद ।। मातु-पिता क्यों शिष्य के , आज हुए है खिन्न । शिक्षा

15 Love

दोहा :- तीखे-तीखे नैन से , क्यों करती हो वार । हम तो तेरे हो चुके , पहनाओ अब हार ।। इस जीवन में आप पर , बैठा ये दिल हार । लगकर सीने से कहो , हुआ हमें भी प्यार ।। करता हूँ मैं आज कल , छोटा सा व्यापार । लेना देना दिल यही , अपना कारोबार ।। कुछ तो मेरी भी सुनो , अब मेरे दिलदार । भर दो झोली आज यह , पड़ा तुम्हारे द्वार ।। कब तक बैठा मैं रहूँ , बोलो अब सरकार । पहनाओ मुझको गले , इन बाँहों का हार ।। महकी महकी यह फिजा , महकी आज बहार । अब तो तेरे नाम से , यह जीवन उजियार ।। अब तो इतनी हैं सनम , मेरी भी दरकार । तेरी बाहों का प्रखर , पड़े गले में हार ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  दोहा :-
तीखे-तीखे नैन से , क्यों करती हो वार ।
हम तो तेरे हो चुके , पहनाओ अब हार ।।

इस जीवन में आप पर , बैठा ये दिल हार ।
लगकर सीने से कहो , हुआ हमें भी प्यार ।।

करता हूँ मैं आज कल , छोटा सा व्यापार ।
लेना देना दिल यही , अपना कारोबार ।।

कुछ तो मेरी भी सुनो , अब मेरे दिलदार ।
भर दो झोली आज यह , पड़ा तुम्हारे द्वार ।।

कब तक बैठा मैं रहूँ , बोलो अब सरकार ।
पहनाओ मुझको गले , इन बाँहों का हार ।।

महकी महकी यह फिजा , महकी आज बहार ।
अब तो तेरे नाम से , यह जीवन उजियार ।।

अब तो इतनी हैं सनम , मेरी भी दरकार ।
तेरी बाहों का प्रखर , पड़े गले में हार ।।                 महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- तीखे-तीखे नैन से , क्यों करती हो वार । हम तो तेरे हो चुके , पहनाओ अब हार ।। इस जीवन में आप पर , बैठा ये दिल हार । लगकर सीने से कहो

13 Love

White {Bolo Ji Radhey Radhey} समाज में जीवन जीने के लिए, परिवार को चलाने के लिए, व्यापार सम्बन्धित कार्य करना परम् आवश्यक है, लेकिन धर्म विरुद्ध बिल्कुल नहीं होना चाहिए, सदा सुख व शांति बनी रहती है। N S Yadav GoldMine. ©N S Yadav GoldMine

#मोटिवेशनल #love_shayari  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
समाज में जीवन जीने के लिए,
परिवार को चलाने के लिए,
व्यापार सम्बन्धित कार्य करना
परम् आवश्यक है, लेकिन धर्म
विरुद्ध बिल्कुल नहीं होना चाहिए,
सदा सुख व शांति बनी रहती है।
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine

#love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} समाज में जीवन जीने के लिए, परिवार को चलाने के लिए, व्यापार सम्बन्धित कार्य करना परम् आवश्यक है, लेकिन

10 Love

#World_Photography_Day #shamawritesBebaak #writersofindia #poetsofindia #Live  White ©आजकल जो करते हैँ इश्क़ जिस्म के व्यापार मे,
बमुश्किल मिलते है मुखलिस इस फ़िज़िकल बयार मे//१

अब नहीं मिलते मुखलिस यार इश्क के मैंआर मे,
ऐसा लगे के इश्क़ भी अब बन गया प्रेक्टिकल प्यार मे//२

अब यहाँ किसको तलब वस्ले रूहे यार मे,आजकल
 इश्क़ भी हुआ एक नम्बर प्रोफेशनल बाज़ार मे//३

ब्लॉक अनब्लॉक के फेर मे,फिरकी लेता इश्क़
,देखो इसडिजिटल बहार मे//४

खूबरू पर फ़िदा भए,कुरूप न भाये कोय,कुछ
 लोगन पागल भये,इस लाजिकल रफ़्तार मे//५

देकर ज़हनी अजियते फरार फ्लर्टी साब,बन गए मोहरे
मुख्लिस लोग,इस इश्क़ के इमोशनल अत्याचार मे//६
#shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#World_Photography_Day ©आजकल जो करते हैँ इश्क़ जिस्म के व्यापार मे,बमुश्किल मिलते है मुखलिस इस फ़िज़िकल बयार मे//१ अब नहीं मिलते मुखलिस यार इश

396 View

White तुम्हारे बिकने का तो व्यापार भी हो सकता है चाहने वाला खरीदार भी हो सकता है तू अभी अपने दुशमन को शक की निगाहो से ना देख तेरा कातिल तो तेरा कोई यार भी हो सकता। ©Sarfaraj idrishi

#sad_shayari  White तुम्हारे बिकने का तो व्यापार भी हो सकता है
चाहने वाला खरीदार भी हो सकता है 
तू अभी अपने दुशमन को शक की निगाहो से ना देख
 तेरा कातिल तो तेरा  कोई यार भी हो सकता।

©Sarfaraj idrishi

#sad_shayari तुमने बिकना है तो व्यापार भी हो सकता है चाहने वाला खरीदार भी हो सकता है तू अभी अपने दुशमन को शक की निगाहो से ना देख तेरा कातिल

13 Love

#वीडियो #ashathegoldenbird

व्यापार और व्यवहार #ashathegoldenbird

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White दोहा :- स्कूल सभी सरकार के , होने दो अब बन्द । बच्चे सब निर्गुण दिखे , शिक्षक ले आनंद ।। मातु-पिता क्यों शिष्य के , आज हुए है खिन्न । शिक्षा स्तर यह किसलिए , बोल हुआ है निम्न । कुछ बालक नादान है, मातु-पिता मजबूर । कुछ से शिक्षा आज भी , होती कोसो दूर ।। अब सरकारी स्कूल की , करना मत फरियाद । बच्चे प्राईवेट में , रखे नई बुनियाद ।। दिन आये ये याद क्यों , दिल पे किया प्रहार । नौकर बन सरकार के , करते आत्याचार ।। ऐसे लोगो की यहाँ , कौन करे परवाह । जो रख दौलत पास में , करे और की चाह ।। धन सम्पत व्यापार का , महत्व जो हो बन्द । गली-गली फिर देखना, मिल जायेंगे नन्द ।। ग्वाला अब जग में नही , दिखे रूप इंसान । मौका पाते आज जो , बन जाते शैतान ।। क्षमा याचना कर रहा , गुरुवर से इस बार । बुद्धि हीन की आप ही, हाथ रखो पतवार ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White दोहा :-
स्कूल सभी सरकार के , होने दो अब बन्द ।
बच्चे सब निर्गुण दिखे , शिक्षक ले आनंद ।।
मातु-पिता क्यों शिष्य के , आज हुए है खिन्न ।
शिक्षा स्तर यह किसलिए , बोल हुआ है निम्न ।
कुछ बालक नादान है, मातु-पिता मजबूर ।
कुछ से शिक्षा आज भी , होती कोसो दूर ।।
अब सरकारी स्कूल की , करना मत फरियाद ।
बच्चे प्राईवेट में , रखे नई बुनियाद ।।
दिन आये ये याद क्यों , दिल पे किया प्रहार ।
नौकर बन सरकार के , करते आत्याचार ।।
ऐसे लोगो की यहाँ , कौन करे परवाह ।
जो रख दौलत पास में , करे और की चाह ।।
धन सम्पत व्यापार का , महत्व जो हो बन्द ।
गली-गली फिर देखना, मिल जायेंगे नन्द ।।
ग्वाला अब जग में नही , दिखे रूप इंसान ।
मौका पाते आज जो , बन जाते शैतान ।।
क्षमा याचना कर रहा , गुरुवर से इस बार ।
बुद्धि हीन की आप ही, हाथ रखो पतवार ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- स्कूल सभी सरकार के , होने दो अब बन्द । बच्चे सब निर्गुण दिखे , शिक्षक ले आनंद ।। मातु-पिता क्यों शिष्य के , आज हुए है खिन्न । शिक्षा

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