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New नवाबों का शहर Status, Photo, Video

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#वीडियो

# अजय हुड्डा का गाना जींद शहर

108 View

#कविता

हिंदी कविता#शीशे का शहर#beenagordhan

180 View

White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ... ©Lõkêsh

 White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह  महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ...

©Lõkêsh

शहर…

11 Love

#विचार  White शहर में क्या है सिर्फ ऊंची इमारतें और छोटे मन वाले व्यक्ति जो पैसे के प्रति अपने प्रेम को अभिव्यक्त ना कर केवल अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर देता है,परिवार का महत्व उसके लिए ज्यादा अहमियत वाला नहीं है।

©Satish Kumar Meena

शहर

135 View

#विचार  White आजकल शहर की हवा काजल की कोठरी जैसी है इसमें पता ही नहीं चलता कि बारिश के बादल छाए है या हवा धुएं से बीमार हैं।

©Satish Kumar Meena

शहर की हवा

99 View

#Sad_shayri #SAD  White मैं शहर हूं
अपने पराये से बेखबर हूं
हां, मैं शहर हूं
लाखों लोग बसे हैं मुझमें
लाखों ढूंढ रहें आसयाना
उन लाखों लोगों की मैं नजर हूं,
 मैं शहर हूं
अपने पराए से बेखबर हूं

©k. k

#Sad_shayri शहर 2

207 View

#वीडियो

# अजय हुड्डा का गाना जींद शहर

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#कविता

हिंदी कविता#शीशे का शहर#beenagordhan

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White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ... ©Lõkêsh

 White कितने दर्द दबाए बैठे है, कितने जख्म छिपाये बैठे है ।यहां गांव सी भोर नहीं ,घर आंगन का छोर नहीं । नहीं यहां वो मित्र सखा,नहीं यहां वो सुख चैना। अब रास नहीं आते यह  महल अटारी , हमको अपनी बस्ती प्यारी । पल पल हर पल संघर्ष यहां,खुशी का स्वांग रचाए बैठे है । न जाने इस शहर में , कितने दर्द दबाए बैठे है ...

©Lõkêsh

शहर…

11 Love

#विचार  White शहर में क्या है सिर्फ ऊंची इमारतें और छोटे मन वाले व्यक्ति जो पैसे के प्रति अपने प्रेम को अभिव्यक्त ना कर केवल अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर देता है,परिवार का महत्व उसके लिए ज्यादा अहमियत वाला नहीं है।

©Satish Kumar Meena

शहर

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#विचार  White आजकल शहर की हवा काजल की कोठरी जैसी है इसमें पता ही नहीं चलता कि बारिश के बादल छाए है या हवा धुएं से बीमार हैं।

©Satish Kumar Meena

शहर की हवा

99 View

#Sad_shayri #SAD  White मैं शहर हूं
अपने पराये से बेखबर हूं
हां, मैं शहर हूं
लाखों लोग बसे हैं मुझमें
लाखों ढूंढ रहें आसयाना
उन लाखों लोगों की मैं नजर हूं,
 मैं शहर हूं
अपने पराए से बेखबर हूं

©k. k

#Sad_shayri शहर 2

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