tags

New मृगनयनी उपन्यास pdf Status, Photo, Video

Find the latest Status about मृगनयनी उपन्यास pdf from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about मृगनयनी उपन्यास pdf.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White विधा   कुण्डलिया :- तेरे मेरे प्रेम के , गुजरे कितने वर्ष । जितने तेरे साथ थे , उनमें ही था हर्ष ।। उनमें ही था हर्ष , पलट कर जब भी देखा । आज नहीं है हाथ , हमारे अब वह रेखा ।। बन बैठे थे गैर , संग ले दूजे फेरे । आये हैं सब याद , दिलाने दिल को तेरे ।। करता किसका मैं यहाँ , सुनो प्रेम स्वीकार। सब ही तो दिखला रहे , झूठा हमसे प्यार ।। झूठा हमसे प्यार , करे यह सारे अपने । और कहें नित आप , हमारे आये सपने ।। दे दो कुछ उपहार , जान मैं तुमपे मरता । क्या बतलाऊँ आज , प्यार मैं कितना करता ।। यारा कटती है नहीं , तुम बिन मेरी रात । अब करो मुलाकात तो , बन जाए फिर बात ।। बन जाए फिर बात , रात रानी सी महके । दिल के वह जज्बात , चाँदनी पाकर लहके ।। यह मृगनयनी रूप , बने हर रात सहारा । एक झलक जो आज , दिखा दे मुझको यारा ।। ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White विधा   कुण्डलिया :-

तेरे मेरे प्रेम के , गुजरे कितने वर्ष ।
जितने तेरे साथ थे , उनमें ही था हर्ष ।।
उनमें ही था हर्ष , पलट कर जब भी देखा ।
आज नहीं है हाथ , हमारे अब वह रेखा ।।
बन बैठे थे गैर , संग ले दूजे फेरे ।
आये हैं सब याद , दिलाने दिल को तेरे ।।

करता किसका मैं यहाँ , सुनो प्रेम स्वीकार।
सब ही तो दिखला रहे , झूठा हमसे प्यार ।।
झूठा हमसे प्यार , करे यह सारे अपने ।
और कहें नित आप , हमारे आये सपने ।।
दे दो कुछ उपहार , जान मैं तुमपे मरता ।
क्या बतलाऊँ आज , प्यार मैं कितना करता ।।

यारा कटती है नहीं , तुम बिन मेरी रात ।
अब करो मुलाकात तो , बन जाए फिर बात ।।
बन जाए फिर बात , रात रानी सी महके ।
दिल के वह जज्बात , चाँदनी पाकर लहके ।।
यह मृगनयनी रूप , बने हर रात सहारा ।
एक झलक जो आज , दिखा दे मुझको यारा ।।

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

विधा   कुण्डलिया :- तेरे मेरे प्रेम के , गुजरे कितने वर्ष । जितने तेरे साथ थे , उनमें ही था हर्ष ।। उनमें ही था हर्ष , पलट कर जब भी देखा ।

10 Love

#Paris_Olympics_2024 #कॉमेडी #कविता #शायरी #विचार #munshipremchand  White मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं।

पढ़ें पूरी जानकारी: https://bit.ly/3bfafPQ

#Premchand #munshipremchand #upanyas #poet

©SONA DEVI

#Paris_Olympics_2024 #लव #शायरी #कविता #Love #कॉमेडी मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी

261 View

#Paris_Olympics_2024 #कॉमेडी #कविता #शायरी #विचार #munshipremchand  White मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं।

पढ़ें पूरी जानकारी: https://bit.ly/3bfafPQ

#Premchand #munshipremchand #upanyas #poet

©ARTI DEVI(Modern Mira Bai)

#Paris_Olympics_2024 #लव #शायरी #कविता #Love #कॉमेडी मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी

342 View

अपने चेहरे में सहेज थोड़ी मिठास ले आना उम्र भर जो चल सके ऐसा विश्वास ले आना ये चूड़ी, बिंदी और गुलाब मुझे जँचते नहीं है तुम मुझसे आना मिलने तो एक उपन्यास ले आना ©Ankita Tantuway

#shayri  अपने चेहरे  में सहेज थोड़ी मिठास ले आना
उम्र भर जो चल सके ऐसा विश्वास ले आना
ये चूड़ी, बिंदी और गुलाब मुझे जँचते नहीं है
तुम मुझसे आना मिलने तो एक उपन्यास ले आना

©Ankita Tantuway

तुम मुझसे आना मिलने तो एक उपन्यास ले आना ❤ #Love #shayri

18 Love

White विधा   कुण्डलिया :- तेरे मेरे प्रेम के , गुजरे कितने वर्ष । जितने तेरे साथ थे , उनमें ही था हर्ष ।। उनमें ही था हर्ष , पलट कर जब भी देखा । आज नहीं है हाथ , हमारे अब वह रेखा ।। बन बैठे थे गैर , संग ले दूजे फेरे । आये हैं सब याद , दिलाने दिल को तेरे ।। करता किसका मैं यहाँ , सुनो प्रेम स्वीकार। सब ही तो दिखला रहे , झूठा हमसे प्यार ।। झूठा हमसे प्यार , करे यह सारे अपने । और कहें नित आप , हमारे आये सपने ।। दे दो कुछ उपहार , जान मैं तुमपे मरता । क्या बतलाऊँ आज , प्यार मैं कितना करता ।। यारा कटती है नहीं , तुम बिन मेरी रात । अब करो मुलाकात तो , बन जाए फिर बात ।। बन जाए फिर बात , रात रानी सी महके । दिल के वह जज्बात , चाँदनी पाकर लहके ।। यह मृगनयनी रूप , बने हर रात सहारा । एक झलक जो आज , दिखा दे मुझको यारा ।। ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White विधा   कुण्डलिया :-

तेरे मेरे प्रेम के , गुजरे कितने वर्ष ।
जितने तेरे साथ थे , उनमें ही था हर्ष ।।
उनमें ही था हर्ष , पलट कर जब भी देखा ।
आज नहीं है हाथ , हमारे अब वह रेखा ।।
बन बैठे थे गैर , संग ले दूजे फेरे ।
आये हैं सब याद , दिलाने दिल को तेरे ।।

करता किसका मैं यहाँ , सुनो प्रेम स्वीकार।
सब ही तो दिखला रहे , झूठा हमसे प्यार ।।
झूठा हमसे प्यार , करे यह सारे अपने ।
और कहें नित आप , हमारे आये सपने ।।
दे दो कुछ उपहार , जान मैं तुमपे मरता ।
क्या बतलाऊँ आज , प्यार मैं कितना करता ।।

यारा कटती है नहीं , तुम बिन मेरी रात ।
अब करो मुलाकात तो , बन जाए फिर बात ।।
बन जाए फिर बात , रात रानी सी महके ।
दिल के वह जज्बात , चाँदनी पाकर लहके ।।
यह मृगनयनी रूप , बने हर रात सहारा ।
एक झलक जो आज , दिखा दे मुझको यारा ।।

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

विधा   कुण्डलिया :- तेरे मेरे प्रेम के , गुजरे कितने वर्ष । जितने तेरे साथ थे , उनमें ही था हर्ष ।। उनमें ही था हर्ष , पलट कर जब भी देखा ।

10 Love

#Paris_Olympics_2024 #कॉमेडी #कविता #शायरी #विचार #munshipremchand  White मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं।

पढ़ें पूरी जानकारी: https://bit.ly/3bfafPQ

#Premchand #munshipremchand #upanyas #poet

©SONA DEVI

#Paris_Olympics_2024 #लव #शायरी #कविता #Love #कॉमेडी मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी

261 View

#Paris_Olympics_2024 #कॉमेडी #कविता #शायरी #विचार #munshipremchand  White मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के अग्रणी कथाकार थे। उन्होंने 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियाँ और अनेक अन्य रचनाएँ लिखीं। 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन' जैसे उपन्यासों के रचयिता प्रेमचंद ने आम आदमी की भावनाओं और समस्याओं को अपनी लेखनी से जीवंत किया। इस वर्ष लमही में विशेष कार्यक्रमों के साथ उनकी जयंती मनाई जाएगी। प्रेमचंद की अमर कृतियाँ आज भी पाठकों को प्रेरित करती हैं।

पढ़ें पूरी जानकारी: https://bit.ly/3bfafPQ

#Premchand #munshipremchand #upanyas #poet

©ARTI DEVI(Modern Mira Bai)

#Paris_Olympics_2024 #लव #शायरी #कविता #Love #कॉमेडी मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष: 31 जुलाई, 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी

342 View

अपने चेहरे में सहेज थोड़ी मिठास ले आना उम्र भर जो चल सके ऐसा विश्वास ले आना ये चूड़ी, बिंदी और गुलाब मुझे जँचते नहीं है तुम मुझसे आना मिलने तो एक उपन्यास ले आना ©Ankita Tantuway

#shayri  अपने चेहरे  में सहेज थोड़ी मिठास ले आना
उम्र भर जो चल सके ऐसा विश्वास ले आना
ये चूड़ी, बिंदी और गुलाब मुझे जँचते नहीं है
तुम मुझसे आना मिलने तो एक उपन्यास ले आना

©Ankita Tantuway

तुम मुझसे आना मिलने तो एक उपन्यास ले आना ❤ #Love #shayri

18 Love

Trending Topic