White चलना है विश्राम नहीं है....
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चलना है विश्राम नहीं है।
व्यर्थ में करना आराम नहीं है।
अमूल्य समय गंवाने से,
बनता कोई काम नहीं है।
समय जो एक बार चला जाएगा।
वापस वह लौट कर नहीं आएगा।
चाहे तुम जितना जोर लगा लो,
समय का चक्र तो ना घूम पाएगा।
जीवन को ना समझो सुमन-पथ।
यह तो है ;बिन पहियों का रथ।
खींच कर तुमको ले जाना है,
और पार करना है यह अग्निपथ।
संकल्प और स्वाभिमान जीवन पथ पर संगी होंगे।
तभी तो पूर्ण जीवन के हर एक सपने होंगे।
अनवरत हो आगे ही आगे जब तुम बढ़ते जाओगे,
तो कांटे भी इस पथ के फूलों से कोमल होंगे।
स्वरचित और मौलिक
रियंका आलोक मदेशिया
©Riyanka Alok Madeshiya
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